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ECCE Educator Salary Hike: यूपी ECCE एजुकेटर के लिए खुशखबरी! हर महीने मिल सकता है ₹25,000 वेतन?

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ECCE Educator Salary Hike

ECCE Educator Salary Hike: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत राज्य में प्री-प्राइमरी स्तर की शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में ECCE (Early Childhood Care and Education) एजुकेटरों की नियुक्ति की जा रही है, जो 3 से 6 वर्ष के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और देखभाल प्रदान करेंगे। वर्तमान में इन एजुकेटरों की तैनाती आउटसोर्स के माध्यम से 11 माह की संविदा पर की जा रही है, जिसमें चयन प्रक्रिया विभिन्न निजी एजेंसियों द्वारा राज्य के सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।

अब इन एजुकेटरों की सैलरी को लेकर एक बड़ा सवाल सामने आया है – क्या यूपी में ECCE एजुकेटर को ₹25,000 महीने वेतन मिलने वाला है? वर्तमान में जो मानदेय दिया जा रहा है, उसे देखते हुए यह सवाल बिल्कुल जायज़ है। लाखों उम्मीदवार इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि उन्हें अपने काम के अनुसार उचित वेतन कब मिलेगा।

ECCE Educator Salary Hike: बढ़ेगी सैलरी या नहीं, जानिए पूरा मामला

ECCE Educator Salary Hike अब एक बड़ा विषय बन गया है, खासकर उत्तर प्रदेश में। अभी तक ECCE एजुकेटर को ₹10,313 प्रतिमाह मानदेय मिल रहा है, जो उनकी जिम्मेदारियों और कार्यभार की तुलना में काफी कम माना जा रहा है। वहीं दूसरी ओर, यूपी सरकार द्वारा आउटसोर्स सेवा निगम के माध्यम से कर्मचारियों के वेतनमान में संशोधन किया गया है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि ECCE एजुकेटरों की सैलरी में भी बढ़ोतरी हो सकती है।

नए वेतनमान के अनुसार, द्वितीय श्रेणी के कर्मचारियों को ₹25,000 मासिक मानदेय देने का प्रावधान किया गया है। अगर ECCE एजुकेटरों को इस श्रेणी में शामिल किया जाता है, तो उन्हें भी यही वेतन मिल सकता है। हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन चर्चाएं और संकेत इस ओर इशारा कर रहे हैं कि सरकार जल्द ही इस पर निर्णय ले सकती है।

क्यों जरूरी है ECCE एजुकेटर की सैलरी में बढ़ोतरी

ECCE एजुकेटर न केवल बच्चों को अक्षर ज्ञान सिखाते हैं, बल्कि उनके मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास में भी अहम भूमिका निभाते हैं। तीन से छह साल की उम्र बच्चों के विकास की सबसे संवेदनशील अवस्था होती है। ऐसे में अगर एजुकेटर बेहतर प्रशिक्षण और आर्थिक सुरक्षा के साथ काम करेंगे, तो शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।

वर्तमान मानदेय में उन्हें न तो आर्थिक स्थिरता मिल रही है और न ही नौकरी की सुरक्षा। इसलिए यदि सैलरी ₹25,000 प्रतिमाह तक बढ़ाई जाती है, तो यह ECCE एजुकेटरों के लिए न केवल सम्मान की बात होगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था के लिए एक मजबूत नींव भी साबित होगी।

क्या है ECCE एजुकेटर बनने की योग्यता और प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश सरकार ने ECCE एजुकेटर बनने के लिए कुछ विशेष योग्यताएं तय की हैं। अभ्यर्थी के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से गृह विज्ञान में स्नातक डिग्री (कम से कम 50% अंकों के साथ) होनी चाहिए। या फिर नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) से मान्यता प्राप्त संस्थान से NTT, CT Nursery या DPSE जैसे दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स होना चाहिए।

आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को न्यूनतम अंकों में 5% की छूट प्रदान की गई है। वहीं आयु सीमा 18 वर्ष से 40 वर्ष निर्धारित की गई है। सभी चयन आउटसोर्स पोर्टल के जरिए होते हैं, और मेरिट के आधार पर अंतिम सूची जारी की जाती है।

कैसे करें ECCE एजुकेटर पद के लिए आवेदन – Step-by-Step Process

यदि आप ECCE एजुकेटर पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें:

Step 1: सबसे पहले उत्तर प्रदेश के सेवायोजन पोर्टल या आउटसोर्सिंग एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

Step 2: “ECCE Educator Recruitment” से संबंधित अधिसूचना को ध्यान से पढ़ें और पात्रता की पुष्टि करें।

Step 3: “ऑनलाइन आवेदन” वाले सेक्शन में जाकर अपना पंजीकरण करें

Step 4: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव आदि को भरें और सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।

Step 5: फॉर्म सबमिट करने के बाद उसकी प्रिंट कॉपी सेव करें और भविष्य के लिए संभाल कर रखें।

Step 6: चयनित उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट पोर्टल पर प्रकाशित की जाएगी और उन्हें नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा।

ECCE एजुकेटरों के वेतन में वृद्धि क्यों है आवश्यक

अगर ECCE एजुकेटरों को उचित वेतन नहीं मिलेगा, तो इस क्षेत्र में काम करने के लिए योग्य लोग आगे नहीं आएंगे। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। ₹25,000 का वेतन इन एजुकेटरों के लिए एक सम्मानजनक राशि होगी, जिससे वे अपने पेशे में गर्व के साथ काम कर सकेंगे।

इसके अलावा, जब राज्य सरकार अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों को श्रेणीबद्ध तरीके से बेहतर वेतन दे रही है, तो ECCE एजुकेटरों को इससे बाहर रखना नाइंसाफी होगी। सरकार को इस पहलू पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, ताकि ECCE के माध्यम से बाल शिक्षा को सशक्त बनाया जा सके।

वेतन वृद्धि की संभावना से उम्मीदवारों में उत्साह

भले ही अभी तक सैलरी बढ़ोतरी को लेकर कोई अंतिम निर्णय सामने नहीं आया हो, लेकिन सरकारी सिस्टम और नई पॉलिसियों की दिशा देखकर यह साफ है कि ECCE एजुकेटरों के लिए आने वाले दिनों में कुछ सकारात्मक जरूर हो सकता है।

अभी ₹10,313 मानदेय पर काम कर रहे इन शिक्षकों को अगर द्वितीय श्रेणी का दर्जा मिल जाता है, तो ₹25,000 प्रति माह की सैलरी एक मजबूत सामाजिक और आर्थिक प्रोत्साहन बन सकती है। इससे न केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि शिक्षण कार्य की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।

निष्कर्ष

ECCE Educator Salary Hike अब केवल एक अफवाह नहीं बल्कि एक वास्तविक संभावना बन चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों में जिस तरह से बदलाव आ रहा है और आउटसोर्स कर्मचारियों की श्रेणियों के अनुसार सैलरी बढ़ाई जा रही है, उससे ECCE एजुकेटरों को भी लाभ मिलने की पूरी उम्मीद है।

शिक्षा का आधार मजबूत करने के लिए ज़रूरी है कि उस पर काम करने वाले लोगों को भी सशक्त किया जाए। ECCE एजुकेटरों को ₹25,000 की मासिक सैलरी देना एक ऐसा कदम होगा, जो भविष्य की पीढ़ियों के लिए शिक्षा की नींव को और मजबूत करेगा।

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